दशहरा- विजय पर्व का मर्म ?

नवरात्र  के  9  दिन  और  दसवां  दिन  जिसे   दशहरा के  नाम  से  जाना  जाता  है  यह  पूरे  दिन  व्यक्तित्व के  आयाम  होते  हैं  , हमारे  भीतर  बहुत  सी  शक्तियां समाहित  हैं  – भौतिक  शक्ति ,  मानसिक  शक्ति , शारीरिक  और  वैचारिक  शक्ति ,  लेकिन  सब  की  सब  सोई  हुई  है  उन्हें  जगाने  का  संकल्प  है …

कर्म शक्ति और साहस – तनिक विचार करें

कर्म शक्ति और साहस – तनिक विचार करें

जीवन  एक  बड़ा  और  लंबा  संघर्ष  है  , अपने  लक्ष्य तक  पहुंचाने  के  लिए  हमें  लहरों  के  विरुद्ध  तैरना पड़ता  है  , रास्ते  में  कई  संकट  और  मुसीबत  का सामना  करना  पड़ता  है  , और  जो  व्यक्ति   उसका  सामना  करने  के  लिए  व  उन्हें   नियंत्रित  करने  के लिए  तैयार  हैं  वही  जीवन  में  विजयी  बनता …

महिलाओं के अधिकार  – सामाजिक पहलू

महिलाओं के अधिकार – सामाजिक पहलू

किसी  भी  राष्ट्र  की  प्रगति  का  सर्वोत्तम  थर्मामीटर  है  वहां  की  महिलाओं  की  स्थिति  , जब  भी  देश  में महिलाओं  के  हक  ,अधिकार  और  सम्मान  की  बात होती  है  तो  साथ  ही  साथ  प्रश्न  यह  भी  उठना  है  की  सूचना  विस्फोट  के  इस  दौर  में  महिलाएं  अपने अधिकारों  के  प्रति  कितनी  जागरूक  हैं  अगर  तथ्यों…

नई सोच नई उम्मीद
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नई सोच नई उम्मीद

पृथ्वी  पर  सबसे  बड़ी  सेवा  मानव  सेवा  है जरूरतमंदों  की  मदद  करके  जो  संतुष्टि  मिलती  है उससे  बेहतर  कोई  कार्य  नहीं  ,                                                 जिंदगी  की  राह  इतनी  आसान  नहीं होती  और  खासकर  तब …

किचन की समस्याओं को दूर करने के आसान टिप्स
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किचन की समस्याओं को दूर करने के आसान टिप्स

हमारा  किचन  घर  का  सबसे  अहम  हिस्सा  होता  है। और  अक्सर  किचन  में  काम  करते  समय  कई परेशानियो  होती  हैं  जिनसे  निपटना  बहुत  जरूरी होता  है  तो  आइए  कुछ  आसान  टिप्स  है   जिन्हें अपनाकर  हम  किचन  की  रोजमर्रा  की  मुश्किलों  से निजात  पा  सकते  हैं   –                   …

खुशी पर अनमोल विचार

खुशी पर अनमोल विचार

पल  पल  बदलते  पल  और  घड़ी  की  सुई  यह  संकेत  देती  है  कि  दिन  बदलते  हैं  , दिन  ,महीने , साल,  बदल  जाते  हैं  इन्हीं  के  साथ- साथ  हमारा जीवन  जुड़ा  होता  है ,  बचपन  से  जवानी  और जवानी  से  बुढ़ापा  , जीवन  का  क्रम  इसी  तरह चलता  रहता  है  ।         …

अपनी मानसिकता बदलें
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अपनी मानसिकता बदलें

व्यक्ति  छोटी  से  छोटी  असफलता  से  अवसाद  ग्रस्त हो  जाता  है,  सूक्ष्म  से  सूक्ष्म  घटनाएं  उसे  विचलित कर  जाती  हैं  और  वह  स्वयं  को  एक  निर्बलता  का आकार  देने  लगता  है ,  कुछ  लोग  बोलते  हैं  कि   बुरा  समय  , कठिन  वक्त  है  तो  बड़ी  निराशा  और उदासी  सी  घेर  लेती  है  लगता  है  क्या …

बच्चों को मोबाइल से नुकसान
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बच्चों को मोबाइल से नुकसान

आज  के  दौर  में  बच्चों  के  हाथों  में  मोबाइल  फोन  बहुत  कम  उम्र  में  आ  जाता  है  और  बाद  में  वह  हर  समय  मोबाइल  में  ही  लगे  रहते  हैं, उन्हें  खाने -पीने  और  सोने  तक  का  होश  नहीं  रहता , बच्चा  आने  किसी  काम  में  ध्यान  नहीं  लगाता  इससे  उसका  मानसिक  विकास  बाधित  हो  जाता …

परवरिश की सामग्री – स्नेह व अनुशासित आजादी

बच्चों की परवरिश को लेकर लगभग सभी इस दौर से गुजरते हैं और सभी यह सोचते हैं की परवरिश की सामग्री क्या हो , जिससे उनका बच्चा अपने लिए , अपने माता- पिता के लिए , रिश्तेदार ,समाज और सबसे अधिक स्कूल के लिए एक आदर्श बच्चा बने , सब उसको प्यार करें , सब…

महिलाएं – अपने कंफर्ट जोन से बाहर निकले
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महिलाएं – अपने कंफर्ट जोन से बाहर निकले

अक्सर यह माना जाता है कि शादी के बाद महिलाओं का कैरियर समाप्त हो जाता है क्योंकि घर और बच्चों से उसे फुर्सत ही नहीं मिलती कि वह अपने सपनों को पूरा करने के बारे में सोचें , लेकिन अगर मन में कोई कला अंगड़ाई ले रही हो और हाथ का कोई हुनर कल्पनाओं को…