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बड़े बुजुर्ग – समय दान की जरूरत

आज  की  पीढ़ी  अपनी  कामकाजी  जिंदगी  में  इतनी व्यस्त  है  कि  उसके  पास  समय  नहीं  है  ।                                                                  पढ़ाई  लिखाई  और  करियर  की  चिंता …

सोशल  मीडिया  हमारे  लिए  कितना  उपयोगी  है !

सोशल मीडिया हमारे लिए कितना उपयोगी है !

                                                               आज   हर  उम्र  के  लोग  अपना  ज्यादा  से  ज्यादा  समय                             …

अवांछित मोबाइल ऐप

                                                                                       आपके  बच्चे  की  सुरक्षा  उसकी  प्राइवेसी  से  कहीं  अधिक  जरूरी  है  आप  भले  ही  हमेशा  उसके  मोबाइल  में ताक – झांक  नहीं  कर  सकते  पर  एक  नियम  बना  सकती  हैं  कि  कोई  भी  नया  ऐप  या  गेम  डाउनलोड  करने  से  पहले  बच्चा आपको  जरूर  दिखाएं  , मोबाइल  चार्जिंग  पॉइंट  एक  ही  जगह  रखें …

अच्छाई के बिना जिंदगी मुखर नहीं हो सकती

 हम  अक्सर  अच्छाई  और  जिंदगी  के  संबंधों  को  लेकर  कुछ  इस  तरह  सोचने  के  आदी  हो  गए  हैं  कि   अच्छाई  जिंदगी  से  कोई  अलग  चीज  है  और  उसे  जिंदगी  तक  लाने  में  अच्छी – खासी  मेहनत  करनी  पड़  सकती  है  लेकिन  गौर  से  देखें  तो  ऐसा  नहीं  है,  जिंदगी  से  बाहर  अच्छाई  की  कोई …

रिश्तो की मजबूती का मनोविज्ञान

हर  रिश्ते  की  बुनियाद  सच्चाई , प्यार, विश्वास, आपसी  सामंजस्य  होता  है । ईमानदारी  बहुमूल्य  है  जो  कि  मजबूत , खुश  और  ताउम्र  टिकने  वाले  रिश्ते  के  आधार  हैं , याद  रखें  झूठ  ज्यादा  समय  तक  नहीं  चल  पाता  और  एक  न  एक  दिन  खुद  ब  खुद  सामने  आ  जाता  है ।       …

गोल्ड – कैरेट , हॉलमार्क , केडीएम की समझ जरूरी

सोना  खरीदते  समय  उसके  कैरेट,  हॉलमार्क  और  केडीएम  को  समझना  बहुत  जरूरी  है , सोने  की  खरीदारी  करते  समय  हमारा  सबसे  पहला  प्रश्न  होता  है  कि  यह  कितने कैरेट  का  है ,  24  कैरेट  सोना  सबसे  शुद्ध  होता  है  लेकिन  गोल्ड  ज्वेलरी  22  कैरेट  में  बनाई  जाती  है  , दरअसल  शुद्ध  सोना  इतना  सॉफ्ट  होता …

महिलाओं की कुछ फाइनेंसियल गलतियां

महिलाओं  को  घर  के  फाइनेंस  के  बारे  में  स्मार्ट  समझा  जाता  है  लेकिन  फाइनेंस  से  संबंधित  ऐसी  कई  बातें  हैं  जहां  जाने  अनजाने  में  वह  लापरवाही  कर  जाती  हैं ।                                                   …

भारतीय संस्कृति और समाज

संस्कृति  व  सभ्यता , मनुष्य  को  अन्य  मनुष्यों  से  व  समूहों  को  अन्य  समूहों  से  अलग  करती  है , संस्कृति  वह  जटिल  संपूर्णता  है  जिसमें  विश्वास , कला , आचार , कानून  और  सभी  आदतों  का  समूह  है , कोई  देश  जब  अपनी  सांस्कृतिक  जड़ों  से  उन्मुक्त  होने  लगता  है  तो  भले  ही  बाहर  से …

पहले तोले फिर बोले

आज  से  हजारों  वर्ष  पूर्व  हरिशंकर  परसाई  जी  ने  निंदा  रस  के  बारे  में  लिखा  था  कि  यह  एक  ऐसा  रस  है जिसका  रस  पान  करने  में  महिलाओं  को  सर्वाधिक  मजा  आता  है ।                                            …

क्या है वजह पुरुषों में बढ़ते मेंटल डिसऑर्डर की

हमारी  सोच  यही  रहती  है  कि  महिलाएं  ही  शोषण  व  तिरस्कार  का  शिकार  होती  हैं  इसलिए  उन्हें  ही  अधिक  मानसिक  व  शारीरिक  समस्याएं  होती  हैं  इसलिए   पुरुषों  की  तरफ  किसी  का  ध्यान  नहीं  जाता ।                                        हमारे …