परवरिश – प्यार और अनुशासन में संतुलन जरूरी
बचपन जिंदगी का वह सबसे सुनहरा पन्ना है जिसे इंसान सारी उम्र नहीं भूलता और वापस उसी बचपन को जीना चाहता है ,उन खुशियों और बेफिक्रियों में लौटना चाहता है । परंतु जब हम बचपन को सोचते हैं तो , “परवरिश ” उसमें प्यार और अनुशासन में जो संतुलन माता-पिता ने रखा होता है उसका …