सफलता का मंत्र – विश्वास , सोच व परिश्रम
सफलता का मतलब है -. जीतना | सफलता – उपलब्धि ,मनुष्य के जीवन का लक्ष्य है । हर इंसान सफलता चाहता है , हर व्यक्ति चाहता है कि उसे जिंदगी का हर सुख मिले , अगर आप सफल होना चाहते हैं तो व्यक्तिगत रूप से वास्तविक रहें और अपने पैर धरती पर रखें । सफल जीवन का वास्तविक व व्यावहारिक रास्ता हमें यह बताता है कि विश्वास कीजिए कि आप सफल हो सकते हैं ,और आप सफल हो जाएंगे | विश्वास जगाइए – विश्वास इस तरह से काम करता है कि , मुझे विश्वास है कि मैं यह कर सकता हूं , वाला रवैया हमें वह शक्ति , योग्यता, और ऊर्जा देता है जिसके सहारे हम वह काम कर पाते हैं । हर दिन देशभर के युवा नई नौकरियों की खोज करते हैं , सभी युवक युवतियां चाहते हैं कि वह सफलता की चोटी पर पहुंचे और सफल बने पर उनमें से ज्यादातर लोगों का यह विश्वास नहीं है कि वह कभी चोटी पर पहुंच पाएंगे और इसी कारण वे चोटी पर नहीं पहुंच पाते , अगर आप यह मान लेते हैं कि चोटी पर पहुंचना असंभव है तो आप उन सीढ़ियों को कभी नहीं ढूंढ पाएंगे जिनके सहारे आप चोटी पर पहुंच सकते हैं इसके विपरीत जिस व्यक्ति को यह विश्वास होता है कि वह काम कर लेगा उसे हमेशा उस काम को करने का तरीका सूझने लगता है । विश्वास , दृढ़ विश्वास मस्तिष्क को प्रेरित करता है कि वह लक्ष्य को प्राप्त करने के तरीके साधन व उपाय खोजे और अगर आप यकीन कर ले कि आप सफल हो सकते हैं तो इससे दूसरे भी आप पर विश्वास करने लगते हैं । प्रबल विश्वास ही वह शक्ति है जो हर सफल व्यक्ति में पाया जाता है । वहीं अविश्वास एक नकारात्मक शक्ति है , मस्तिष्क जब किसी बात पर अविश्वास या किसी बात में संदेह करता है तो मस्तिष्क ऐसे कारणों को खोज लेता है जिससे उस अविश्वास को बल मिले | शंका कीजिए और असफल हो जाइए मैं कोशिश करता हूं पर मुझे नहीं लगता कि यह सफल होगा वाले रवैए की वजह से ही इंसान असफल होते हैं । जैसा सोचेंगे वैसा बनेंगे – ज्यादातर लोगों का व्यवहार उलझन भरा होता है कुछ लोगों को अहमियत , वफादारी और तारीफ मिलती है जबकि बाकी लोगों को यह सब नहीं मिलता है करीब से देखने पर आपको यह महसूस होगा कि यह सब सोच के कारण होता है दूसरे लोग हमें वही देखते हैं जो हम अपने आप में देखते हैं हमें उसी तरह का व्यवहार मिलता है जिसके काबिल हम खुद को समझते हैं | सोच के कारण ही सारा फर्क पड़ता है जो व्यक्ति खुद को हीन समझता है चाहे उसकी योग्यताएं कितनी ही क्यों ना हो वह हीन हीं बना रहेगा आप जैसा सोचते हैं वैसा ही काम करते हैं महत्वपूर्ण बनने के लिए सोचना जरूरी है कि हम महत्वपूर्ण हैं सचमुच ऐसा सोचे तभी दूसरे लोग भी आपके बारे में ऐसा सोचेंगे । याद रखें कि आपका व्यक्तित्व बोलता है आप कैसे दिखते हैं इससे आपकी छवि बनती है आप की कोशिश होनी चाहिए कि आपके व्यक्तित्व की सकारात्मक छवि बने , सफलता का सीधा सा तरीका यह जानना है कि आप अपने बारे में सकारात्मक होकर सोचे तो अपने लक्ष्य तक पहुंच सकते हैं आप जो सोचते हैं आप वही होते हैं कभी सोचे कि कई लोग सारी जिंदगी एक ही स्तर पर क्यों बने रहते हैं उनकी सोच , और केवल उनकी सोच ही उन्हें वहां बनाए रखती है सफल लोगों के सिर्फ एक गुण पर ध्यान केंद्रित करें उत्साह पूर्वक सोचिए हमेशा आशावादी प्रगतिशील विचार रखिए । परिश्रम – उत्कृष्ट विचार ही पर्याप्त नहीं होते एक साधारण विचार पर भी अगर अमल किया जाए और उसे विकसित किया जाए तो उसके परिणाम अच्छे निकलते हैं वहीं दूसरी तरफ अगर आपके पास सर्वश्रेष्ठ विचार है पर आप उस पर अमल नहीं करते तो वह सब बेकार है क्योंकि वह आपके दिमाग में ही पैदा होते हैं और वही मर जाते हैं बहुत से लोग इस तरह के होते हैं जो इस बात का इंतजार करते हैं कि परिस्थितियां पूरी तरह से आदर्श होनी चाहिए और जब तक ऐसा नहीं होता तब तक वे रुके रहते हैं आदर्श स्थिति व पूर्णता बहुत अच्छी बात है परंतु यह भी सच है कि कोई भी इंसानी चीज पूरी तरह आदर्श या पूर्ण नहीं होती इसलिए अगर आप आदर्श स्थिति का इंतजार करेंगे तो आपको हमेशा इंतजार करना पड़ेगा सबसे दुखद शब्द होता है ” काश मैंने ऐसा किया होता ” इसलिए इस परिस्थिति से बचने के लिए कर्मठ संघर्षशील वह काम करने वाला परिश्रमी बनिए ।
सफलता का मंत्र विश्वास सोच व कठिन परिश्रम ही है जो भी अवसर आए उन्हें आप अच्छे से पूरा करें और साथ ही यह भी विश्वास करें कि जीवन में जो होता है वह अच्छे के लिए ही होता है । https://heartbeatsk.com/%e0%a4%b8%e0%a4%ab%e0%a4%b2-%e0%a4%95%e0%a5%88%e0%a4%b8%e0%a5%87-%e0%a4%ac%e0%a4%a8%e0%a5%87-%e0%a4%b9%e0%a4%bf%e0%a4%a8%e0%a5%8d%e0%a4%a6%e0%a5%80-%e0%a4%ae%e0%a5%87%e0%a4%82/ .
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