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जीवन धन – संवेदना व सकारात्मकता
संवेदना यानी कि किसी की वेदना उसी की तरह अनुभव करने वाली भावना , यह भावना रखने वाला व्यक्ति संवेदनशील माना जाता है । दयालुता व संवेदना संबंधों को मजबूती से जोड़े रखने का काम करती हैं ,शोध बताते हैं कि किसी भी संबंध में दयालुता व भावनात्मक स्थिरता ही टिकाऊ और संतुष्टि की गारंटी …
बच्चों की जिद – क्या करें
बच्चे जैसे – जैसे बड़े होते हैं तो उनके मस्तिष्क का विकास भी होता है जिसके फलस्वरूप वे भावनाएं जाहिर करना भी सीखने लगते हैं ऐसे में अभिभावक अपने बच्चों के लिए बड़े ही संवेदनशील हो जाते हैं, अक्सर अभिभावकों को यह शिकायत करते हुए सुना जाता है की वे अपने बच्चे को अनुशासन में …
चेहरे पर गोरापन लाने के घरेलू उपाय
घर में ही आप अपनी चेहरे पर गोरापन लाने के लिए कुछ घरेलू उपायों को अपनाए – * अगर आपकी त्वचा का रंग गहरा सांवला है तो इसके लिए आप घर में ही एक बढ़िया फेस पैक तैयार करें इसके नियमित इस्तेमाल से …
पसंदीदा रंग का मनोविज्ञान
लाल रंग – लाल रंग को सभी रंगों में सबसे ज्यादा पावरफुल और इंटेंसिटी वाला रंग माना जाता है यह सिक्के के दो पहलुओं की तरह होता है एक तरफ गुस्सा ,खतरा ,और नफरत तो दूसरी तरफ प्यार और लगाव , इस दूसरी वजह से ही यह दुल्हन के जोड़े के लिए परंपरा बना । …
अंतर्द्वंद- मन का अंधकार करें दूर
आज संसार का हर व्यक्ति दुविधा से ग्रस्त है क्योंकि वह सिर्फ निजी स्वार्थ के बारे में सोचता है लेकिन अपने लिए सारी सुख – सुविधाएं जुटा लेने के बावजूद वह अंदर से खालीपन महसूस करता है | आज हमारे पास भौतिक सुख-सुविधाओं के हजारों विकल्प मौजूद हैं और गहरी आसक्ति की वजह से …
समाज की विकृत मानसिकता – अपशगुन
भारतीय समाज में शगुन और अपशगुन का खेल सदियों से चला आ रहा है । हमारे समाज के लोग इस शगुन और अपशुगन के चक्कर में फस कर कई महिलाओं को अपमानित ही नहीं करते बल्कि उन्हें नर्क से बदतर जीवन जीने के लिए भी मजबूर कर देते हैं सबसे हैरानी की बात तो …