सराहना के शब्द बढ़ाएं हौसला

सराहना  या  तारीफ  का  मतलब  है  किसी  को  खास  महसूस  कराना । अगर  अपनी  सराहना  सुनकर  आपको  अच्छा  लगता  है  तो , जाहिर  है  जब  आप  दूसरे  की  प्रशंसा  करेंगे  तो  उसे  भी  अच्छा  लगेगा , लिहाजा  जब  मौका  मिले   बच्चे  या  किसी  बड़े  की  तारीफ  करने  से  न  चूकें |                                                 अक्सर  लोग  तारीफ  करने  में  कंजूसी  करते  हैं  इसकी  वजह  है  मन  की  ईर्ष्या,  वे  तुलना  शुरू  कर  देते  हैं  यदि  किसी  को  अच्छा  महसूस  कराना  हो  तो  नेगेटिव  कमेंट  देने  से  बचें ।                                लोगों  की  प्रशंसा  उनके  सामने  नहीं  पीठ  पीछे  करिए  इससे  महसूस  होता  है  कि  आपके  मन  में  उसके  लिए  वाकई  सराहना  के  भाव  हैं , तारीफ  में  कहे  गए  शब्द  उस  व्यक्ति  के  कार्य  के  अनुरूप  हो ।                                                    तारीफ  के  शब्द  दूसरे  को  विशेष  महसूस  कराने  वाले  हो  ,इससे  सिर्फ  तारीफ  सुनने  वाले  को  ही  नहीं , तारीफ  करने  वालों  को  भी  बड़ी  खुशी  मिलती  है  दूसरे  की  सराहना  और  उसे  मौखिक  गोल्ड  स्टार  देना  मुश्किल  नहीं ,  पर  जो  योग्य  है  उसी  को  ऐसी  सराहना  मिले  तो  बेहतर  है ।  कई  बार  तो  तारीफों  का  उल्टा  असर  भी  होता  है , तारीफ  सुनने  की  भूख  पैदा  हो  जाती  है  अच्छा  काम  करने  के  बाद  यह  सोचकर  बुरा  लगता  है  कि  किसी  ने  तारीफ  नहीं  की , सिर्फ  तारीफ  पाने  के  लिए  भी  बहुत  अच्छा  काम  किया  जाता  है  , अगर  तारीफ  ना  मिले  तो  दिल  उदास  है  तो  आप  प्यार  से  थोड़ा  शिकायती  लहजे  में  कह  सकती  हैं  कि  देखो  मैंने  दही  बड़े  बनाया , सभी  ने  बड़े  शौक  से  खाया  पर  तारीफ  का  एक  शब्द  तक  नहीं  बोला  तब  देखिए  चारों  ओर  से  आप  पर  तारीफ  की  झड़ी  कैसे  लगती  है ।                            कभी  खुद  को  भी  सराहे  –  महिलाएं  जो  कुछ  भी  करती  हैं  वह  अपने  परिवार  के  लिए  करती  हैं  या  ऑफिस  में  टीम  के  लिए  करती  हैं  पर  इस  इंतजार  में  रहती  है , कोई तो  उनको  सराहे ,  पति  भी  उनके  घर  को  संभालने  के  प्रयासों  को  नजर अंदाज  कर  जाते  हैं  इसलिए  जब  भी  कोई  काम  करें  खुद  से  कहें  कि  मैं  अपने  लिए  और  अपनी  खुशी  के  लिए  कर  रही  हूं , पहचानिए  की  किस  बात  से  आपको  खुशी  मिलती  है  लोगों  को  बर्थडे  विश  करना  या  उनके  लिए  कार्ड  भेजना  अच्छा  लगता  है  तो  जरूर  भेजिए  घर  की  सफाई  करने  में  खुशी  मिलती  है  तो  सफाई  कीजिए  अपनी  अलमारी  ठीक  कर  सकती  हैं  तो  करिए , हमेशा  दूसरों  के  लिए  नहीं  अपने  लिए  भी  कुछ  कीजिए  जब  आप  नजर  भर  कर  अपने  काम  को  देखती  हैं  तो  सुख  मिलता  है । हो  सकता  है  लोग  आपके  किए  काम  का  कोई  क्रेडिट  ही  ना  दें  लेकिन  आप  खुद  को  तो  क्रेडिट  दे  ही  सकती  हैं ।                                                            ऐसा  अक्सर  होता  है  कि  आप  सब  के  विश्वासपात्र  हो  सबके  लिए  ज्यादा  से  ज्यादा  करती  हो  पर  आप  को  तवज्जो  ना  मिलती  हो  यदि  आप  हमेशा  ही  अपना  काम  समय  से  पूरा  करती  हैं  कभी  अपना  आपा  नहीं  खोतीं  तो  लोग  आप  को  नजरअंदाज  कर  सकते  हैं  पर  उनके  मन  में  यह  भरोसा  होता  कि  आप  सराहना  के  बिना  भी  पूरे  सलीके  से  काम  करेंगी  ऐसे  व्यक्ति  की  कोई  एक  भूल  या  गलती  लोग  कभी  नहीं  भूलते  लेकिन  मन  ही  मन  ऐसे  व्यक्ति  की  सराहना  सभी  करते  हैं ।                            

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