संयुक्त परिवार संस्कृति संस्कार की एक पाठशाला होते थे और बच्चों के संपूर्ण विकास में कारगर भी l. सच कितना अपनापन और आत्मिक स्नेह था उस दौर में , तब किसी व्यक्ति की चिंता उसकी चिंता ना होकर पूरे परिवार की चिंता बन जाती थी और सहयोग …
हम अक्सर अच्छाई और जिंदगी के संबंधों को लेकर कुछ इस तरह सोचने के आदी हो गए हैं कि अच्छाई जिंदगी से कोई अलग चीज है और उसे जिंदगी तक लाने में अच्छी – खासी मेहनत करनी पड़ सकती है लेकिन गौर से देखें तो ऐसा नहीं है, जिंदगी से बाहर अच्छाई की कोई …
हर रिश्ते की बुनियाद सच्चाई , प्यार, विश्वास, आपसी सामंजस्य होता है । ईमानदारी बहुमूल्य है जो कि मजबूत , खुश और ताउम्र टिकने वाले रिश्ते के आधार हैं , याद रखें झूठ ज्यादा समय तक नहीं चल पाता और एक न एक दिन खुद ब खुद सामने आ जाता है । …
संस्कृति व सभ्यता , मनुष्य को अन्य मनुष्यों से व समूहों को अन्य समूहों से अलग करती है , संस्कृति वह जटिल संपूर्णता है जिसमें विश्वास , कला , आचार , कानून और सभी आदतों का समूह है , कोई देश जब अपनी सांस्कृतिक जड़ों से उन्मुक्त होने लगता है तो भले ही बाहर से …
हमारी सोच यही रहती है कि महिलाएं ही शोषण व तिरस्कार का शिकार होती हैं इसलिए उन्हें ही अधिक मानसिक व शारीरिक समस्याएं होती हैं इसलिए पुरुषों की तरफ किसी का ध्यान नहीं जाता । हमारे …
आज हर उम्र के लोग अपना ज्यादा से ज्यादा समय …