बच्चों की सुरक्षा जरूरी – सेफ्टी टिप्स

                                                                बच्चे  मासूम  होतेे   हैं  , किसी  पर भी आसानी से  विश्वास  कर  लेते  हैं  वही  यह  भी  सच  है कि  हिंसा  और  डर  के  चपेट  में  भी  बच्चे सबसे  ज्यादा  आते  हैं  ऐसे  में  हमारा  कर्तव्य है  कि  हम  उन्हें  हिंसा  और  डर  से  मुक्त जीवन  प्रदान  करें  मगर  आज  बच्चों  को सुरक्षित  माहौल  देना  बहुत  मुश्किल  काम  हो  गया  है  रोज – रोज  की  होने  वाली घटनाएं  बाल  शोषण   ,रेप , किडनैपिंग  की घटनाओं  ने  माता- पिता  को  बहुत  ही  ज्यादा  चिंतित  कर  दिया  है ।
                    बच्चों  के  साथ  बढ़ती  अपराधी घटनाओं  के  माहौल  में  उन्हें  सिर्फ   गुड  टच और  बैड  टच  की  जानकारी  देना  ही  काफी नहीं  है ।
अपनाए  ये  तरीके –
*  बच्चों  को  यदि  कोई  अजनबी  चॉकलेट ऑफर  करें  तो  अक्सर  वे  ले  लेते  हैं  इसलिए  बच्चों  को  यह  समझा  दिया  जाना चाहिए  कि  उन्हें  जो  भी  कुछ  चाहिए  वह उन्हें  स्वयं  लाकर  देंगे  उन्हें  किसी  भी अजनबी  से  कुछ  नहीं  लेना  है  और  बच्चों को  ज्यादा  नेगेटिव  चीज  भी  नहीं  बताना चाहिए  ताकि  उनके  मन  में  डर  ना  बैठ जाए ।
*  बच्चों  को  उनके  डेंजर  पॉइंट्स  को दिखाकर  समझाया  जाना  चाहिए  कि  यदि कोई  इन  जगहों  को  छूने  की  कोशिश  करें तो  बच्चे  को  जोर  से  चिल्लाना  चाहिए  और भाग  कर  भीड़  वाली  जगह  चले  जाए,  इस घटना  के  बारे  में  किसी  विश्वसनीय  बड़े  को बताएं  जिससे  वह  बच्चे  की  सहायता  कर पाए  ।
*   बच्चों  को  सेल्फ  डिफेंस  की  भी जानकारी  होनी  चाहिए  आजकल  माता-पिता  सेल्फ  डिफेंस  का  महत्व  समझाने  लगे हैं  आर्ट  ,म्यूजिक  ,और   डांस  क्लास  की तरह  बच्चों  को  कराटे   की  क्लास  भी  करानी  चाहिए  वैसे  तो  स्कूल  में  डिफेंस  की क्लास  जरूर  होनी  चाहिए  और  5  साल  की  उम्र  से  यह  ट्रेनिंग  मिलने  भी  चाहिए ।                 आज  के  वक्त  की  जरूरत  को ध्यान  में  रखते  हुए  बच्चों  को  सेल्फ  डिफेंस सिखाए  जाना  चाहिए  कराटे  सीखने  वाले बच्चे  ज्यादा  कॉन्फिडेंट  और  अलर्ट  भी  रहते  हैं  फिटनेस  के  प्रति  उनका  दृष्टिकोण काफी  सकारात्मक  रहता  है ।
बच्चों  से  समय- समय  पर  बात  करें   –  जब भी  बच्चों  को  समय  मिले  वह  बच्चे  से जरूर  बात  करें  उनके  स्कूल  के  बारे  में  पूछे  , टीचर्स , चपरासी  , बस ड्राइवर  के  बारे में  बात  करते  रहना  चाहिए  वह  किसी  से आशाए  तो  नहीं  है  यह  पता  करते  रहना चाहिए  उन्हें  किसी  से  ना  डरने  की  सीख देते  रहना  चाहिए  उन्हें  बोल्ड  बनाते  रहना चाहिए  बच्चों  के  साथ  बातें  करते  हुए  माता -पिता  को  घर  में  एक  स्वस्थ  माहौल  बनाए रखना  चाहिए  उन्हें  यह  विश्वास  होना  चाहिए  की  माता – पिता  हर  स्थिति  में उनकी  बात  सुनेंगे  इससे  उनके  मन  में  कोई डर  नहीं  रहता  अपने  बच्चों  की  अच्छी  हेल्थ  और  सुरक्षा  हर  माता – पिता  की प्राथमिकता  होनी  चाहिए  माता -पिता  हर समय  बच्चों  के  साथ  नहीं  रह  सकते  पर उन्हें  अति  आवश्यक  सुरक्षा  संबंधी  निर्देश देकर  सजग  और  जरूर  बना  सकते  हैं  माता- पिता  बच्चो  के  साथ  जितना  संभव हो  सके  बात  करते  रहें  बच्चों  को  सब डिफेंस  सिखाएं  दिन  कैसा  रहा  इससे संबंधित  प्रश्न  पूछते  रहे  माता – पिता  पर विश्वास  रखकर  वह  उनसे  सब  कुछ  शेयर कर  सकते  हैं  यह  एहसास  बच्चों  को  जरूर करवाते  रहें  ।

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जागो- मदर इन्डिया

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