वर्किंग वुमन – किस मोड़ पर खड़ी हैं आप

आम  जनता  की  यह  धारणा  होती  है  कि  जब  कोई  महिला  घर  से  बाहर  निकलती  है  नौकरी  करती  है  पैसा  कमाती  है  तो  वह  महिला  सशक्त  हो  जाती  है  पर  क्या  कभी  आपने  वर्किंग  वुमन  के  बारे  में  या  शादीशुदा  कामकाजी  महिला  के  बारे  में  सोचा  है  कि  उन्हें  किन  किन  चुनौतियों  का  सामना  करना पड़ता  है । वह  अपने  पैरों  पर  खड़ी  है  और  पैसे  कमा  रही  है  तो  सारी  समस्याएं  खत्म  हो  गई  परंतु  जब कोई  महिला  काम  करना  शुरु  करती  है  तो  चुनौतियां  घर  से  ही  शुरू  हो  जाती  हैं  और  उसे  दोहरी जिम्मेदारियां  उठानी  पड़ती  हैं ।                                          वर्किंग  वुमन  को  यदि  लगे  कि  वर्कप्लेस  पर कोई  व्यक्ति  नियमित  रूप  से  आपके  साथ  भेदभाव  कर  रहा  है  तो  जल्दबाजी  में  कोई  राय  नहीं  बनाए  और ना  ही  दूसरों  की  कही – सुनी  बातों  पर  खुद  के  लिए  राय  बनाएं , कई  बार  आपको  लग  सकता  है  कि  रंग , रूप , कपड़े , बोलने  के  लहजे  को  लेकर  आपकी  एक  ऐसी  इमेज  बनाई  जा  रही  है  जो  आपके  करियर  के  लिए  ठीक  नहीं  है  नतीजतन  आप  मानसिक  रूप  से  परेशान  हो  जाती  हैं  अगर  आप  अपने  दोस्तों  से  वर्कप्लेस  की  बातें  शेयर  नहीं  करती  या  नहीं  करना  चाहती  हैं  तो  धीरे – धीरे  खुद  में  सिमटने  लगती  हैं  तो  आपकी  परेशानी  बढ़ती  चली  जाती  है |                                                                                                   कुल  मिलाकर  आपको  लगने  लगता  है  कि  आप  को  खारिज  किया  ते  हैंजा  चुका  है और आप  बुलिंग  का  शिकार  हो  रही  हैं  लेकिन  अगर  ऐसा  हो  रहा  है  तो  आप  इस  से  बच  सकती  हैं |  आप  जिस  जगह  काम  करती  हैं  वहां  सब  आपके  दोस्त  नहीं  हो  सकते , तो  सब  आपके  दुश्मन  भी  तो  नहीं  हैं | आप  भरोसेमंद  दोस्तों  से  अपनी  बात  जरूर  शेयर  करें  उनकी  राय  आपके  बारे  में  क्या  है  यह  भी  जरूर  देखें  लोगों  ने  आपके  बारे  में  कोई  गलत  राय  बना  ली  है  तो  यह  भी  सोचे  कि  ऐसा  क्यों  है  संवाद  का  रास्ता  हमेशा  खुला  रखें  क्योंकि  वर्कप्लेस  पर  बुलिंग  के  डर  से  अपनी  नौकरी  क्यों  छोड़ेंगे  या  आप  मानसिक  रूप  से  क्यों परेशान  होंगी |  अपना  पक्ष  देखें  व  दूसरे  के  पक्ष  को  भी  देखें  क्यों  लोग  आपके  काम  को  नजरअंदाज  कर रहे  हैं  हर  समस्या  के  दो  चेहरे  होते  हैं  अपनी  समस्या  को  हल  करने  के  लिए  आपको  दूसरे  के  चेहरे  को  भी  पढ़ना  ही  होगा  बातचीत  से  समस्या  का  हल  ना  हो  रहा  हो  तो  कई  तरह  की  कानूनी  रास्ते  भी  है  लेकिन  बातचीत  का  रास्ता  सबसे  आसान  है ।                                                              बच  सकती  है  तो जरूर  बचें – परसाई  जी  ने  ठीक  ही  लिखा  है  कि , ” जो  आनंद  निंदा  रस  में  है  वह  और  कहां ” लेकिन ऑफिस  में  होने  वाली  गॉसिप  से  जरूर  बचे  ऑफिस  गौसिप  से  बचने  के  कुछ  तरीके  हैं  जो  आपकी  प्रोफेशनल  लाइफ  के  लिए  बहुत  अच्छे  साबित  होंगे :                                                                                                                       1 – अगर  आप  के  ऑफिस  में  कोई  अफवाह  फैलाई  जा  रही  है  तो  उसे  अनदेखा  करें ।                                                                                                                        २ – अगर आपके  बारे  में नुकसान  पहुंचाने  वाली कोई  अफवाह  फैलाई  जा  रही  है  तो  इसके  लिए  ऑफिस  में  अपने  सीनियर  से  बात  करें ।                                                                           ३ – जो  लोग  आप  से  व्यवहार  काम  और  बातचीत  में  अच्छे  हैं  उनके  साथ  ही  बातचीत  करें ।                                                ४ – बदला  लेने  से  बचें ।                                                            ५ – अगर  आप  जानती  हैं  कि  आपके  बारे  में गलत  कौन  फैला  रहा  है  तो  सीधे  उसी  व्यक्ति  से  बात करें ।                                                                                                                 वर्कप्लेस  पर  रहे  पॉजिटिव –  यह  जानते  हुए  भी  कि  टाइम  मैनेजमेंट  और  गुड कम्युनिकेशन  के  साथ  वर्कप्लेस  पर  पॉजिटिव  होकर  काम  करना  एक  अच्छी  स्किल  मानी  जाती  है  फिर  भी  जब  स्थितियां 

विपरीत  होने  लगती  है  तो  व्यक्ति  के  मन  में  नकारात्मक  ऊर्जा  का  संचार  अवश्य  होता  है , खासकर   कोविड – 19  महामारी  के  दौर  में  नकारात्मकता  का  आना  स्वाभाविक  भी है  नेशनल  लुईस  यूनिवर्सिटी  के  शोध  से  पता  चला  है  कि  विपरीत  परिस्थितियों  के  कारण  मन  में  नकारात्मकता  के  भाव  पैदा  होने  से  शारीरिक  व  मानसिक  दोनों  क्षमताओं  में   गिरावट  आती  है  और  इसका  सीधा  असर  व्यक्ति  की  प्रोडक्टिविटी  पर  दिखाई  पड़ता  है  ऐसे  में  इन  सुझावों  पर  अवश्य  गौर  करें  जो  कि  आपको  विपरीत  परिस्थितियों  से  निकाल  कर  आगे  बढ़ने  में  मदद  कर सकते  हैं –                                                                                                                                                      १ – वर्कप्लेस  पर  मौजूद  तनाव  व  विपरीत परिस्थितियों  के  बीच  समय  निकालकर  आप  अपनी  भावनाओं  और  व्यवहार  का  स्वयं  निष्पक्ष  होकर आकलन  करें  ऐसा  करने  से  आपको  स्वत:  ही  अपनी  कमियों  से  निपटने  का  रास्ता  नजर  आने  लगेगा  और  आप  नकारात्मकता  की  बजाय  सकारात्मक  होकर  आगे  बढ़ेगी ।                                                  
२ – वर्कप्लेस  पर  सहकर्मियों  के  साथ  अनावश्यक  बातचीत  में  न  जाते  हुए  अपनी  प्रोडक्टिविटी  बढ़ाने  का  काम  करने  से  बाधाएं  अपने  आप  दूर  हो  जाएंगी ।                                                     ३ – आप  जितना  ज्यादा  सक्रिय  रहेंगी  और  वक्त  आने  पर  अपने  सहकर्मियों  की  मदद  के  लिए  भी  तैयार  रहेंगी  तो  आप  खुद – ब – खुद  नकारात्मकता  से  दूर  हो  जाएंगी ।                                      ४ – वर्कप्लेस  पर  एक  दूसरे  पर  संदेह  करने  की  बजाय  सहकर्मियों  के  अच्छे  कार्यों  की  प्रशंसा  करने  पर  आपकी  गुडविल  में  इजाफा  होता  है ।                                                       इन  सभी  तरीकों  को  अपनाने  से  आपकी  प्रोफेशनल  लाइफ  अच्छी  साबित  हो  सकती  है ।

Similar Posts

7 Comments

Leave a Reply