महिलाओं का एक रूप यह भी – इमोशनल अत्याचार
महिलाओं के शोषण के बारे में हम हमेशा से पढ़ते सुनते आए हैं ,लेकिन पुरुषों के शोषण के बारे में आमतौर पर बात नहीं की जाती है पुरुषों के बारे में यह मान लिया जाता है कि वह शारीरिक रूप से महिलाओं से शक्तिशाली है इसलिए उनका शोषण नहीं हो सकता लेकिन यह सच नहीं है महिलाएं भी पुरुषों को प्रताड़ित करती हैं जिस तरह सारे पुरुष बुरे नहीं होते उसी तरह सारी महिलाएं भी अच्छी ,बेचारी नहीं होती । कई महिलाएं पुरुषों को इस कदर प्रताड़ित करती हैं कि उनकी मान ,प्रतिष्ठा ,नौकरी ,पैसा , शारीरिक व मानसिक स्वास्थ्य , पारिवारिक जीवन सब कुछ तबाह हो जाता है । हैरत की बात यह है कि पुरुषों को प्रताड़ित करने वाली ऐसी महिलाओं की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है । हम सभी में एक फेमिनिन पार्ट होता है और एक मैस्कुलिन पार्ट ऐसे में सभी स्त्री -पुरुष में जिसका जो पार्ट स्ट्रांग होता है वह उतना स्ट्रांग या डेलिकेट होता है | जिन महिलाओं का मैस्कुलिन पार्ट स्ट्रांग होता है वह टॉमबॉय की तरह व्यवहार करती हैं ऐसी महिलाएं डोमिनेटिंग व मुखर होती हैं इसी तरह जिन पुरुषों का फेमिनिन पार्ट स्ट्रांग होता है , उनका व्यवहार बहुत सॉफ्ट होता है | ऐसे पुरुष अपनी बात मनवाने के लिए किसी पर दबाव नहीं डाल पाते और ना ही किसी से झगड़ते हैं ऐसे भावुक पुरुष ज्यादा प्रताड़ित होते हैं । पुरुषों को वहीं महिलाएं प्रताड़ित करती हैं जो खुद पावरफुल होती हैं और अपने अधिकार जानती हैं पुरुषों को प्रताड़ित करने के मामले बड़े शहरों में ज्यादा पाए जाते हैं । छोटे शहरों की महिलाओं को अपने अधिकारों की जानकारी नहीं होती तो वह क्या पुरुषों को प्रताड़ित करेंगी महिलाओं द्वारा पुरुषों को प्रताड़ित किए जाने वाले मामलों की संख्या 8 से 10 परसेंट ही है बाकी ज्यादातर महिलाओं को ही इस की तकलीफ उठानी पड़ती है । गरीब महिलाओं को अपने हक का पता नहीं होता है ना ही उनके पास इतने पैसे ही होते हैं कि वह वकील रखकर केस लड़ सके ऐसी घटनाएं बड़े तबके में ही पायी जाती हैं । मैन टू मूवमेंट के कारण हाल ही में सुर्खियों में रहे टीवी एक्टर और सिंगर करण ओबेरॉय , करण ओबेरॉय पर एक महिला ने बलात्कार व वसूली का आरोप लगाया उस महिला के झूठे आरोप के कारण करण को एक महीना जेल में गुजारना पड़ा है यह एक उदाहरण है कि किस तरह महिलाओं द्वारा पुरुषों को प्रताड़ित करने वाले मामले तेजी से बढ़ने लगे हैं जिसके कारण कई पुरुष अब महिलाओं से डरने लगे हैं | बेचारी समझी जाने वाली महिलाओं का एक अलग ही रूप सामने आ रहा है जिसके परिणाम बहुत घातक साबित हो रहे हैं ।
Mere hisaab se to Bechaari hone se achha powerful hona hi h…at least aurat ko apne adhikaaron ka pata to hona hi chahiye.. Kisi ko exploit na karo but khud exploit na ho.
इमोशनल अत्याचार चाहे महिलाओं द्वारा किया जाए या पुरुषों द्वारा दोनों ही तरह से यह गलत है दोनों को एक दूसरे की भावनाओं की कद्र करनी चाहिए