परहेज बातों का
जीवन की कुछ बातें अनुभव से ही सीखी जाती हैं लेकिन जरूरी है कि इन अनुभवों को याद रखा जाए । जुबान को लगाम दे , यह कहावत तो सुनी होगी आपने , अपनी जबान को काबू में रखने से बहुत से रिश्ते बने रहते हैं । कोई महिला कितनी भी खुले दिल की क्यों ना हो , कुछ बातें ऐसी होती हैं जो वह कभी किसी से सुनना पसंद नहीं करती । इसलिए बातचीत करते समय थोड़ी बातों को ध्यान में रखकर , सतर्क रहकर ,बात करने में कोई नुकसान नहीं है । * किसी की उम्र और रंग रूप पर टिप्पणी करने से पहले विचार करें । * हर व्यक्ति की अपनी पसंद होती है और उसके अनुरूप यदि अपनी जीवनशैली बनाता है तो आपको टोकने का कोई हक नहीं है ।
* कुछ लोग बड़ी तीखी तारीफ करते हैं , इससे बचे , जैसे कि किसी ने कहा कि आज दही बड़े वैसे नहीं बने ,जैसा तुम हमेशा बनाती हो , दिन भर आपने मेहनत की और शाम को तारीफ भी हुई तो इस अंदाज में । * कुछ लोग कॉमन कमेंट देने से भी बाज नहीं आते इन से भी बचना चाहिए । बातें बेकार की – कुछ बातें ऐसी होती हैं जिनका कोई सिर पैर नहीं होता , जैसे किसी ने आपको कुछ बताया और आप जिस की बातें हैं उससे पूछने चली गई , इससे जिसने आपको यह बात बताइ उसकी विश्वसनीयता खत्म होती ही है ,आपकी भी इमेज कम खराब नहीं होती । किसी को कर्ज चुकाने के लिए जेवर बेचने पड़े या बेटी की शादी दान – दहेज की वजह से टूट गई ,यह ऐसे मसले होते हैं जिन्हें आत्मीय होने के बाद भी पूछना गलत है , यदि कोई खुद आपको बताएं या सलाह मांगे तब बात बिल्कुल अलग है अपनी जुबान को काबू में रखने से बहुत से रिश्ते बने रहते हैं ।
Very true
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