किटी पार्टी
किटी शब्द सुनते ही दिमाग में 10 – 15 महिलाओं का एक ऐसा समूह अपनी छवि बनाता है जो प्रति माह किसी एक जगह पर इकट्ठा होकर खाता – पीता और मनोरंजन करता है । इस किटी कल्चर की शुरुआत हाई क्लास सोसाइटी की महिलाओं के द्वारा खाली समय पास करने के लिए की गई थी , जिसमें वे विभिन्न गेम खेलती थी और धीरे – धीरे यह समाज के अन्य वर्गों में भी प्रचलित होता गया और मध्यमवर्गीय महिलाओं ने इसे मनोरंजन के साथ – साथ धन संचय का भी एक साधन बना लिया है ।
किटी ग्रुप में ऐसे सदस्यों का होना बेहद जरूरी होता है जहां वे अपने हम उम्र के लोगों के साथ कुछ समय हँस बोल कर अपने आप को आनंदित महसूस कर सकें , अपनी समस्याओं को शेयर कर सके , शुरुआत में किसी को महिलाओं के द्वारा कपड़ों और गहनों का दिखावा मात्र माना जाता था परंतु इसे ज्वाइन करने के बाद मैंने महसूस किया कि इस प्रकार के ग्रुप्स तो आज की जरूरत है इस किटी के कारण ही हमें बहुत अच्छे दोस्त मिले साथ ही हम सभी लगभग एक ही उम्र के होते हैं और एक दूसरे से भली – भांति परिचित भी , महीने में 1 दिन हम सब मिलकर इतना हंसी – मजाक और इंजॉय करते हैं कि पूरे महीने की कसर पूरी हो जाती है । मेरे ख्याल से किटी ग्रुप बनाते समय कुछ सावधानियां बरतनी बहुत जरूरी होती हैं – 1 – अपने स्तर के ही ग्रुप को ज्वाइन करना चाहिए जिससे आपको सब के साथ सामंजस्य बनाने में परेशानी ना हो । 2 – छोटी – छोटी बातों को कभी तूल ना दे , कभी किसी सदस्य की कोई बात पसंद ना आए तो उसे हंसकर टाल दे न कि उसे अपनी प्रतिष्ठा का प्रश्न बना ले । 3 – यदि कभी आपको लगे कि आप ग्रुप में फिट नहीं हो पा रही हैं तो स्वयं को अलग करने में देर ना करें क्योंकि आपने इसे अपने मनोरंजन के लिए ज्वाइन किया है ना कि तनाव के लिए ।
इसके अतिरिक्त किटी पार्टी सर्विस क्लास के लिए भी कई मायनों में लाभकारी होती है क्योंकि उनका प्रत्येक दो – तीन वर्ष में स्थानांतरण होता रहता है , नए शहर में उन्हें अपना जीवन जीरो से शुरू करना पड़ता है ऐसे समय में एक साथ इतने लोगों से परिचय होने के कारण अकेलापन भी कम होता है । इस प्रकार ये शो ऑफ पार्टी से मशहूर होने वाली किटी पार्टी आज लोगों की जरूरत बनती जा रही है ।