स्वस्थ जोड़ों के लिए कुछ टिप्स
रोजमर्रा की कई गतिविधियां जैसे , दौड़ने ,भागने , झुकने सामने सीधे खड़े रहने और कूदने के लिए हमें मजबूत और क्रियाशील जोड़ों की जरूरत पड़ती है जहां घुटने जैसे बड़े जोड़ों के कारण हमें स्थिरता मिलती है वही कूल्हे ,पैर के जोड़ों और कलाइयों से हमें गतिशीलता मिलती है स्वस्थ जीवन के लिए यह बेहद जरूरी है हम अपने जोड़ों को स्वस्थ और मजबूत रखें । बढ़ती उम्र या फिर जोड़ों की बीमारियों के कारण जोड़ों की गतिशीलता प्रभावित होती है आर्थराइटिस जोड़ को प्रभावित करने वाली एक आम बीमारी है आपको जानकर हैरानी होगी कि कुल 108 तरह के आर्थराइटिस बीमारियां पाई जाती हैं इन सभी में अस्थिसन्धिशोथ व गठिया सबसे आम बीमारी है यह बीमारियां न सिर्फ एक दूसरे से बिल्कुल अलग है बल्कि इनके इलाज का तरीका भी काफी अलग है । क्या आप जानते हैं ? – लगातार मैसेज टाइप करने से अंगूठे और उंगलियों के जोड़ों को नुकसान पहुंचता है , दर्द से बचने के लिए फोन को दोनों हाथों में अदल बदल कर पकड़े या बीच -बीच में ब्रेक ले हाथ में लगातार पकड़े रहने की बजाय किसी समतल जगह पर रखें , टाइप करने की बजाय वॉइस मैसेज करें । गठिया – यह एक ऑटोइम्यून डिजीज है इसमें शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता अपने हेल्दी टिशूज को खासतौर से जोड़ों को नुकसान पहुंचाती है – * आमतौर में उंगलियों के छोटे – छोटे जोड़ों से शुरू होने वाली यह बीमारी बढ़ने के साथ ही शरीर के बड़े जोड़ों जैसे घुटने , कंधे और एड़ी को प्रभावित करने लगती है । * यह एक बीमारी है जो न सिर्फ जोड़ों को बल्कि धीरे- धीरे शरीर के अन्य अंगों जैसे फेफड़ों और आंखों को प्रभावित करती है । अस्थि संधि शोथ – गठिया कि यह बीमारी जोड़ों के घिसने या फटने के कारण होती है जो आमतौर पर बढ़ती उम्र के कारण होता है पर कुछ मामलों में मोटापा और जोड़ों में चोट लगना भी इसका कारण हो सकता है । * यह शरीर का भार उठाने वाले जोड़ों जैसे घुटनों को ज्यादा प्रभावित करती है घुटनों के अलावा यह रीढ़ की हड्डी और कूल्हे को भी प्रभावित करती है । स्वस्थ जोड़ों के लिए कुछ टिप्स – * हमेशा एक्टिव रहें । * धूम्रपान न करें । * इलाज को अनदेखा ना करें । * जोड़ों में हफ्ते भर से दर्द है तो उसे अनदेखा ना करें । * बहुत ज्यादा थकाने वाले व्यायाम न करें । * पर्याप्त नींद लें , जोड़ों में नई जान लाने के लिए यह बहुत जरूरी है ।
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