जिंदगी 2020 सबक देने वाला साल
कोरोना महामारी ने मानवता पर जो चोट की है उसमें विश्व के तमाम देशों ने एक साथ दर्द सहा और उन्हें समान अनुभव से गुजरना पड़ा । 2020 ने हमें कई सबक दिए , सबक एक ऐसा शब्द है जिससे सीखने की आदत डाल ली जाए तो तमाम कठिनाइयों वह विफलताओं को हराकर जीवन में महानतम उद्देश्यों को हासिल किया जा सकता है और इस 2020 ने जो बहुमूल्य सबक दिया है वह हमें कई पीढ़ियों तक काम आएंगे – आयुर्वेद और योग ने संभाला आगे भी इनका साथ ना छोड़े – आमतौर पर हम मजबूत प्रतिरक्षा से ही कई बीमारियों से दूर रह सकते हैं कोरोना से लड़ने के लिए भी वैज्ञानिकों ने कोई दवा ना आने तक प्रतिरक्षा मजबूत रखने का ही उपाय सुझाया इसी बहाने ही सही लोगों को अपनी विरासत से रूबरू होने का मौका मिला लोगों ने फिर अपने प्राचीन विज्ञान के महत्व को पहचाना , आयुर्वेद जो पूरी तरह प्रकृति की देन है और हम उनके साथ जीते आए हैं , कोरोना महामारी हमारे लिए सबक है कि गंभीर बीमारी व ऑपरेशन जैसी स्थिति को छोड़कर जहां तक हो सके हमें हजारों वर्षों पुरानी पद्धति का रास्ता अपनाना चाहिए । परिवार की अहमियत – कोरोना काल में भी लोग आपस में भरोसे से बंधे थे भारत में जब कोई सामाजिक ,आर्थिक ,विपदा आती है तो लोगों में एक दूसरे के साथ मजबूती के साथ खड़े होकर मदद करने का भाव रहता है इस कठिन दौर में ऐसे अनगिनत लोग हमें सड़कों पर दिखे जो असहाय और गरीबों को भोजन खिलाने से लेकर उन्हें उनकी मंजिल तक पहुंचा रहे थे इसकी असली ताकत परिवार से ही आती है एक दूसरे का ख्याल रखने व मदद करने के लिए अमीर होना जरूरी नहीं है बस आपको जुड़ाव गहरा रखना होता है इसके बूते आप बड़े -बड़े संकटों से बाहर निकल सकते हैं । स्वार्थ नहीं बल्कि राष्ट्रहित बने प्राथमिकता – इतिहास में जब- जब निजी स्वार्थ हावी रहा है तब- तब हम बिखरे , और जब हम राष्ट्र हित में संगठित हुए हैं तो हमारी जीत हुई है हमें सबक मिला कि जिस देश से हम अपने सस्ते मोबाइल , इलेक्ट्रॉनिक और अन्य वस्तुएं खरीद रहे हैं वह उस पैसे का इस्तेमाल हमारे सैनिकों के खिलाफ ही करता है लिहाजा अब हमें छोटे आर्थिक स्वार्थों से हटकर देश की आत्मनिर्भरता स्वदेशी वस्तुएं और माध्यम अपनाने के संकल्प को मजबूत करना चाहिए । चुनौती के साथ काम – महामारी के बीच कई तरह की मुश्किलों का सामना करना पड़ा लेकिन लोगों ने संयम के साथ- साथ अपने सभी जरूरी काम किए और सबक लिया कि कठिन परिस्थितियों में भी संयम के साथ काम हो सकता है । पढ़ाई ऑनलाइन हो सकती है – तकनीक से लैस दुनिया को पहली बार पता चला कि स्कूल ,कॉलेज व यूनिवर्सिटी तक की पढ़ाई ऑनलाइन भी हो सकती है । नौकरी गई तो विकल्प तलाशा – महामारी के कारण बहुतों को अपनी नौकरी से हाथ धोना पड़ा इसके बावजूद हिम्मत से काम लिया व विकल्प तलाशे और आगे बढ़े । हर कठिन वक्त कुछ ना कुछ पाठ पढ़ा ही जाता है 2020 में कोरोना ने हमारी जिंदगी को कई तरह से बदला और बहुत कुछ सिखाया भी ,अब इसी को आगे साथ लेकर चलने की जरूरत है ।
सच है कोरोना काल ने हमे बहुत कुछ सिखा दिया है।
Life ki value bataya ye covid ka samay
Very nice