आयुर्वेद और हमारा स्वास्थ्य
महिलाओं को अपने साथ फैमिली हेल्थ का भी ख्याल रखना होता है सबकी अच्छी सेहत के लिए आप इन आयुर्वेदिक उपचारओं को आजमाएं – खांसी – जुकाम – खासी जुकाम , एलर्जी और इंफेक्शन मौसम बदलने की वजह से होता है जिससे छींक , नाक बहना , गले में सूजन , दर्द , सूखी खांसी , सिर दर्द और हरारत रहती है उपचार – १ – एक बड़ा चम्मच अजवाइन का पाउडर साफ कपड़े में कस कर बांध लें और इसे नाक पर लगाकर लंबी सांस लें बंद नाक खुल जाएगी और बहेगी भी नहीं | २ – चुटकी भर नमक में कुछ बूंदे सरसों के तेल की डालकर फेटें , जब तेल हल्का हो जाए तो इसे नाक के अंदर गले और सीने पर लगाएं या एक कप पानी में गुड़ का एक टुकड़ा व काली मिर्च मिलाकर उबाल लें इसके गरम – गरम छोटे – छोटे घूट ले आराम आएगा । ३ – तुलसी की पत्तियों के साथ , आठ काली मिर्च , 3 लोंग , थोड़ा नमक डालकर पीस लें इस की गोलियां रोज तीन – चार बार ले आराम मिलेगा । एसिडिटी – जब पेट के एसिड मुंह की तरफ वापस आने लगते हैं तब बदहजमी सीने में जलन , पेट फूलने , बार बार थूक आने , मुंह कड़वा होने जैसी समस्याएं हो जाती हैं । उपचार – १ – तुलसी के पत्तियों के सेवन से पेट में होने वाले हानिकारक रसों के दुष्प्रभाव से बचाव होता है | पेट में जलन होने पर तुलसी की कुछ पत्तियां खाएं और रोज कच्चे नारियल का पानी पिए या रात में एक बड़ा चम्मच सौंफ एक गिलास पानी में डालकर उबालें सुबह उठते ही पिए या आधा गिलास पानी में एक छोटा चम्मच जीरा डालकर उबालें फिर ठंडा करके पिए । २ – रोज एक लॉन्ग चबाएं और इसका रस धीरे – धीरे निगले या रोजाना खाने से पहले छोटा आधा गिलास एलोवेरा का रस पिएं या दो चम्मच सेब का सिरका पानी के साथ ले सकती हैं या गाजर का रस पीए । यह सभी एसिडिटी के बहुत ही कारगर आयुर्वेदिक उपाय हैं । पथरी – पथरी गुर्दे या गॉल ब्लैडर यानि पित्त की थैली में होती है | गुर्दे की पथरी दवाई लेने पर बाहर आ जाती है पर गॉल ब्लैडर की पथरी में ऑपरेशन करना पड़ता है । उपचार – गुर्दे की पथरी में सेब के सिरके का सेवन , पथरी को पिघलाकर यूरिन के जरिए बाहर निकाल देता है , सोडियम एसिड जमने नहीं देता , पानी भी खूब पिए । १ – कुलथी की दाल एक बड़ा चम्मच भिगो दें इसका पानी सुबह पिएं और दाल पका कर खा ले , कच्ची भीगी दाल चबाकर पानी पीने से ज्यादा लाभ होगा । २ – दो प्याज हल्की आंच में उबालकर मैस करके पानी छानकर दिन में तीन बार पिए | नारियल पानी , गाजर , करेला , अंगूर , नींबू , पाइनएप्पल का जूस पिए , केला व सलाद में प्याज जरूर ले , बदाम व चौलाई का साग खाएं । डायबिटीज – इस बीमारी में खून में ग्लूकोज का स्तर सामान्य से अधिक हो जाता है जो शरीर के अंगों को नुकसान पहुंचाता है | १ – गेहूं , जौ और चने को मिलाकर बनाई हुई चोकर युक्त आटे की रोटी बहुत फायदेमंद होती है | रोज व्यायाम प्राणायाम और शाम की सैर करें मोटापा कंट्रोल तो शुगर कंट्रोल । २ – मेथी की सब्जी खूब खाएं , सब्जियों में मेथी पाउडर का मसाले के रूप में प्रयोग करें , आटे में मेथी का पाउडर मिलाकर उसकी रोटी खाएं । ३ – एक कप करेले और आंवले का रस मिलाकर खाली पेट सुबह के समय पिएं , रोज करेले की सब्जी खाएं , जामुन खाएं , जामुन की गुठली का पाउडर सुबह – शाम खाली पेट पानी के साथ लें | मूली मधुमेह के लिए बहुत अच्छी औषधि है । हाई ब्लड प्रेशर – १ – एक छोटा चम्मच मेथी दाना एक कप पानी में भिगोकर सुबह उस पानी को पी लें और मेथी दाना चबाकर खाएं , तरबूज व लीची खूब खाएं । २ – एक चम्मच प्याज के रस में एक चम्मच देसी शहद मिलाकर पिए , शहतूत का शरबत सुबह – शाम पीने से दिल की नसें मजबूत होती हैं और ब्लड प्रेशर होने पर उसको नुकसान नहीं पहुंचता । ३ – सूरजमुखी व सोयाबीन का तेल ही इस्तेमाल में लाएं तैलीय पदार्थ व ऊपर से नमक तो बिल्कुल ना लें , पोटेशियम युक्त चीज़ें यानी केला , संतरा आलू व हरे नारियल का पानी लें । ४ – गेहूं , चावल , रागी , मकई , अंकुरित दालें , साग – सब्जी व ताजे फल ही खाएं । ५ – एक चम्मच दालचीनी पाउडर रोज सुबह गर्म पानी में मिलाकर पिए , लोकी का रस खाली पेट पिये । ६ – अपनी जीवनशैली बदले , दवा नियमित ले अपने मन से ना छोड़े , वजन घटाएं । लो ब्लड प्रेशर – १ – एक गिलास पानी में 10 तुलसी के पत्ते ,
4 काली मिर्च , दो लोंग आधे घंटे तक पकाकर रोजाना दिन में एक बार गरम गरम ही पिए । २ – एक चम्मच शहद में आधा चम्मच लहसुन का रस मिलाकर ले ।
३ – लो ब्लड प्रेशर में तुरंत चीनी और नमक का घोल पिलाएं ।
एक कप पानी में 1/4 छोटा चम्मच हल्दी , 1/4 छोटा चम्मच धनिया पाउडर , चुटकी भर सोंठ पाउडर , चुटकी भर इलायची पाउडर व 2 छोटे चम्मच चीनी मिलाकर पिए या एक कप दूध में 1 /2 कप पानी मिलाकर उबालें और छान कर गरम – गरम पिएं ।
इस प्रकार इन छोटे – छोटे घरेलू आयुर्वेदिक उपचारों को अपनी जीवनशैली में शामिल करके बड़ी – बड़ी बीमारियों से बचा जा सकता है |
जीवन के लिए बहुत ही उपयोगी लेख बहुत ही अच्छा है।
Highly informative
अत्यंत उपयोगी लेख
Bahut hee aachi jankari👍👍