सफलता के लिए व्यवहार में संतुलन जरूरी

सफलता के लिए आपको अपने विषय के साथ- साथ अपने व्यवहार की तैयारी करना भी बहुत जरूरी होता है इसमें ड्रेसिंग सेंस से लेकर भाषा और हाव- भाव तक सब कुछ शामिल है , अपनी काबिलियत पर भरोसा रखते हुए आत्मविश्वास और शालीन हावभाव का दामन थामे , आप जब कभी किसी इंटरव्यू में जाते हैं तो वहां आपके विचार ही नहीं आपके व्यवहार पर भी ध्यान दिया जाता है । सहजता शालीनता और संतुलन जरूरी –
किसी की उपस्थिति का अंदाज ही उसकी शख्सियत को जीवंत बनाता है और अपनी बॉडी लैंग्वेज को लेकर विशेष सजग रहें , साक्षातकर्ता आपके विचार ही नहीं व्यवहार पर भी ध्यान देते हैं इसलिए बॉडी लैंग्वेज सधी हुई रखना चाहिए , बातचीत करते हुए चेहरे को बार- बार ना छुए , ना ही मेज पर रखी चीजों से खेलने लगे , बार -बार अपने बाल संवारना , कपड़े ठीक करना , मुंह पर हाथ रखना , बेवजह खिलखिलाना , जैसी बातें भी आपकी सकारात्मक छवि नहीं बनाती यह अनप्रोफेशनल बर्ताव को दर्शाने वाला व्यवहार है , साथ ही सवालों के जवाब देते समय भी हाथों का बहुत ज्यादा मूवमेंट हो तो भी यह गलत दिखता है इससे या तो आप ओवरकॉन्फिडेंट लगेंगे या बेहद नर्वस , पैर हिलाने , गर्दन को इधर -उधर घुमाने जैसी गतिविधि भी आपकी एकाग्रता पर सवाल उठाते हुए गलत इंप्रेशन देते हैं इसलिए इंटरव्यू के दौरान बेहद संतुलित रहे , आत्मविश्वास से भरी नजर आए पर विनम्रता भी दिखे । साक्षातकर्ता की बातें ध्यान से सुने और समझे , जाहिर भी करें कि आप उनकी बात को बहुत गहराई से समझ रही हैं , बेवजह मुस्कुराना और गंभीर बनने की कोशिश ना करें , पूछे जा रहे सवालों का जवाब देने के अलावा कुछ अतिरिक्त कहकर खुद को ज्यादा जानकार साबित करने की कोशिश भी नहीं करनी चाहिए । अपनी मौजूदगी को प्रभावी बनाने के लिए नकली आवरण कतई ना ओढे , उन्हें सहज, शालीन , बॉडी लैंग्वेज के साथ अपनी बात कहना और दूसरों की बात सुनना सबसे अच्छी और सच्ची छवि होती है ।
प्रभावी आई कांटेक्ट – साक्षात्कार में नॉनवर्बल कम्युनिकेशन भी प्रभावी होना चाहिए यह संवाद आंखों के जरिए होता है इसलिए शुरुआत में हाथ मिलाने से लेकर प्रश्नों का उत्तर देने और धन्यवाद कह कर बाहर आने तक आंखों के जरिए संपर्क बनाए रखना जरूरी है हंसकर प्रश्न सुनने और जवाब देने के समय उसकी ओर जरूर देखें , अपनी नजर को कमरे के चारों ओर घुमाते रहने से बचाएं , ना तो नीचे फर्श को देखते रहें और ना ही छत को , नीचे देखना ,घबराहट और ऊपर इधर -उधर ताका झांकी करना आपको लापरवाह साबित करता है । ऐसा करते हुए आप आशंकित , विचलित इंसान नजर आएंगे जो कि क्षमता और योग्यता पर ही नहीं पूरे व्यक्तित्व पर प्रश्नचिन्ह लगाता है अतः अगर आपको एक सफल इंसान बनना है , चाहे जिस भी क्षेत्र में तो इसके लिए आपको इन सूक्ष्म बातों का जरूर ध्यान रखना चाहिए जो आपकी छवि बनाने में और आप को प्रभावी बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं और आपकी सफलता भी सुनिश्चित करते हैं ।

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