आयरन की कमी पड़ सकती भारी
एनीमिया एक बड़ी समस्या है इससे भारत ही नहीं पूरा विश्व जूझ रहा है , पुरुषों से अधिक महिलाओं में आयरन की कमी देखी जाती है । शरीर में लाल रक्त कोशिकाओं की कमी से एनीमिया होता है ,लाल रक्त कोशिकाएं मस्तिष्क को उर्जा प्रदान करती हैं इसमें आयरन युक्त भोजन लेने की जरूरत होती है भोजन में खासकर हरी पत्तेदार सब्जियां , चुकंदर , कद्दू ,शकरकंदी ,नारियल , सोयाबीन आदि जरूर शामिल हों अगर यह संभव नहीं है तो सप्लीमेंट की जरूरत पड़ती है । भारत में हर 3 महिलाओं में एक महिला एनीमिक है यह कमी 15 से 49 साल की महिलाओं में अधिक है । लगातार थकान महसूस होना शरीर में आयरन की कमी का संकेत है व्यस्त महिलाएं न तो समय पर भोजन करते हैं ना ही सही डाइट लेती हैं ,उन्हें लगता है कि समय के साथ -साथ जब उन्हें आराम मिलेगा तो वह सस्थ हो जाएंगे वैज्ञानिक मानते हैं कि महिलाओं में थकान पुरुषों की अपेक्षा 3 गुना अधिक होती है और उनकी यह थकान उनके लिए एक अलार्म है कि उनके शरीर में आयरन की कमी हो रही है ।
आयरन की कमी के प्रमुख लक्षण – महिलाओं में आयरन की कमी के कई कारण होते हैं जिनसे उन्हें थकान महसूस होती है , वैसे थकान सामान्य समस्या है लेकिन इसे नजरअंदाज करना ठीक नहीं है इस के प्रारंभिक लक्षण निम्न है – * किसी काम में मन न लगना । * बार- बार लेटने की इच्छा होना । * त्वचा का बेजान होना , चेहरे पर पीलापन आना जिसे महिलाएं काम के बोझ को वजह समझती हैं । * बिना वजह चिड़चिड़ापन होना । * नाखूनों का टूटना । * बालों का झड़ना । थकान की कई वजह हो सकती हैं , समय रहते डॉक्टर के पास जाकर जांच करवा लेना आवश्यक है कुछ वजह निम्न है – * अधिक थकान से सिर दर्द और कमजोरी के चलते चेहरे की ताजगी का लुप्त हो जाना । * थकान की वजह कई बार शारीरिक तथा मानसिक भी होती है इसलिए जीवन शैली पर ध्यान देने की जरूरत होती है ।
आयरन की कमी पूरी करने के उपाय – यह सारी वजह है उनकी जीवनशैली और खानपान पर आधारित होती हैं जिन्हें ठीक करना आवश्यक होता है । शाकाहारी महिलाओं में यह कमी अधिक होती है इससे बचने और शरीर में आयरन की सही मात्रा बनाए रखने के लिए डॉक्टर की सलाह से आयरन सप्लीमेंट लेने से महिलाएं रोज- रोज की थकान से मुक्ति पा सकती है । इसके अलावा भी निम्न बातों का ध्यान रखें – * आयरन और फोलिक एसिड प्राकृतिक रूप से पाने के लिए सही मात्रा में हरी पत्तेदार सब्जियां ,साबुत दालें ,और फल खाने की जरूरत होती है । * फोलिक एसिड की कमी से भी महिलाओं को थकान महसूस होती है ,फॉलिक एसिड नई कोशिकाओं को विकसित करता है यह हर महिला के लिए जरूरी होता है खासकर गर्भावस्था में आयरन और फोलिक एसिड बच्चे के विकास में काफी सहायक होता है इससे शिशु का मस्तिष्क और स्पाइनल कॉर्ड का अच्छा विकास होता है । फॉलिक एसिड हर महिला के भोजन में होनी चाहिए हर उम्र में लाल रक्त कोशिकाओं के निर्माण औ र एनिमियां से बचाव के लिए जरूरी होता है । * आयरन और फोलिक एसिड की कमी से शरीर का मेटाबॉलिज्म सही तरीके से काम नहीं करता जिसके कारण पर्याप्त मात्रा में भोजन न मिलने की वजह से शरीर की ऊर्जा तेजी से खत्म हो जाती है और महिलाएं थकान महसूस करती है । लेकिन महिलाएं यह नहीं समझती कि बच्चों के पीछे भागते – भागते उनकी यह हालत हो रही है , जब तक यह बात समझते तब तक बहुत देर हो गई होती है । महिलाएं परिवार की केंद्र बिंदु होती हैं उन्हें अपनी समस्या पति व परिवार से कह देनी चाहिए साल में एक बार अपनी जांच करवाएं तो अपने अंदर विटामिन और मिनरल की कमी को जानकर वे आसानी से सप्लीमेंट ले सकती हैं ,अगर वह ऐसा कम उम्र से शुरू कर दी हैं तो 50 के बाद भी वे मानसिक और शारीरिक रूप से स्वस्थ महसूस कर सकती हैं ।
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