अन्तर्राष्ट्रीय महिला दिवस

  महिलाएं  आज  बुलंदियां  छू  रहीं  हैं  हर  क्षेत्र  में  पहचान  गढ़  रहीं  है  परिवार  को  देश  को  उन  पर  नाज  हो रहा  है । स्त्री  राज  कर  सकती  है  घर , परिवार  पर , पति , प्रेमी  व  समाज  पर  किंतु  महिला  बनकर  पुरुष  बन  कर  नहीं ।                                                            महिला  अपने  आप  में  पर्याप्त  है  और  पुरुष  अपने  आप  में  लेकिन  यदि  कोई  पुरुष  महिला  से  होड़  करें  या  कोई  महिला  पुरुष  से  होड़  करें  तो  गलत  है  यह  ऐसे  ही  है  कि  कोई  मोर  कहे  कि  मैं  हंस  होना  चाहता  हूं  और  हंस  कहे  कि  मैं  मोर  जैसा  होना  चाहता  हूं , यह  जिद  गलत  है  मोर  का  अपना  सौंदर्य  है  और  हंस  का  अपना , सच  तो  यह  है  कि  दोनों  सुंदर  ही  इसलिए  है  क्योंकि  दोनों  एक  दूसरे  से  भिन्न  है  दोनों  का  अंतर  ही  दोनों  को  आकर्षक  व  महत्वपूर्ण  बनाता  है  इस  तरह  पुरुष  की  भी  अपनी  खूबी  है  अपना  योगदान  है  दोनों  के  अपने – अपने  आयाम  हैं , संभावनाएं  हैं  दोनों  को  हक  है  स्वयं  को  विस्तार  देने  का  खिलने  का  व  महकने  का  अपनी  तरह , बिना  एक  दूसरे  की  नकल  या  होड़  के ।                                                                                           महिला  को  यह  समझना  चाहिए  कि  उसकी  अपनी  गरिमा  है  अपना  वजूद है  उसका  अपना  अस्तित्व  है  पुरुष  जैसा  होना  कोई  उपलब्धि  नहीं  बल्कि  अपने  स्तर  को  कम  करना  है इसका  मतलब  यह  नहीं  कि  स्त्री  छुईमुई  बनकर  बैठी  रहे  और  अपनी  छोटी – छोटी  जरूरतों  के  लिए  परिवार  पर  निर्भर  रहे , नहीं  महिला  के  पास  अपने  ढंग  और  अपनी  संभावनाएं  हैं  पूरी  तरह  खिलने   महकने  और  चमकने  के  लिए  उसको  पूरा  हक  है । महिला  का  असली  धन  है  प्राकृतिक  स्वरूप  https://www.palakwomensinformation.com/2020/08/mahila-samaj-ki-dhuri.html  जिन  कारणों  से  स्त्री – पुरुष  से  भिन्न  कहलाती  है ।                                                                      महिला  दिवस  को  खास बनाएं –  महिला  दिवस  हर  साल  आता  है  और  आकर  चला  जाता  है  लेकिन  जीवन  में  कोई  खास  बदलाव  नहीं  आता  हम  में  से  अधिकतर  के  लिए  महिला  दिवस  एक  आम  दिन  की  तरह  ही  होता  है  बस  अखबारों  पत्रिकाओं  में  इस  उपलक्ष  में  छपी  कुछ  खास  चीजें  पढ़ने  को  मिल  जाती  है  जीवन  की  जिम्मेदारियों  में  व्यस्त  रहने  वाली  महिलाएं  अक्सर  अपने  व्यक्तित्व  को  भूल  जाती  हैं  उनकी  दुनिया  पति , बच्चे,  घर , किचन  तक  सिमट  कर  रह  जाती  है  इतनी  सारी  जिम्मेदारियों  के  चलते  वह  अपनी  खुद  की  खुशी  के  लिए  शायद  ही  कुछ  कर  पाती  हैं  अपने  जीवन  पर  नजर  डालें | कुछ  ऐसी  बातें  हैं  जिन्हें  करके  आप  इस  मार्च  को  अपने  लिए  बना  सकती  हैं  कुछ  खास –                                                                                          अपनी  मां  का  शुक्रिया  अदा  करें – आपकी  मां  दुनिया  की  पहली  महिला  हैं  जिन्होंने  नारीत्व  से  आपकी  पहचान  कराई  आज  आप  जो  भी  हैं  या आपके  जीवन  की  दिशा  जो  भी  है  उसे  संभालने  में  आपकी  मां  का  योगदान  सबसे  अहम  है  तो  इस  महिला  दिवस  पर  उनकी  ओर  गौर  फरमाएं  अगर  वह  दुनिया  में  है  तो उन्हें  खुश  करें  और  नहीं  है  तो  उन्हें  याद  करें  व  उनका  शुक्रिया  अदा  करें ।                                                  अपने  जीवन  पर  नजर  दौड़ाएं – इस  महिला  दिवस  पर  खुद  को  अकेले  में  थोड़ा  समय  दे  अपने  जीवन  के  बीते  पलों  पर  थोड़ा  नजर  दौड़ाएं   और  सोचे  कि  क्या  आप  अपने  जीवन  से  संतुष्ट  हैं  और  प्रसन्न  हैं  क्या  आपने  कोई  गलतियां  की  है  जिसे  सुधारने  की  जरूरत  है  इस  बारे  में  सोचें  व  कदम  उठाएं ।                                                                              डर  का  सामना  करें – डर  या  भय  से  भागने  की  जरूरत  नहीं  होती  है  उसका  सामना  करना  चाहिए  अगर  आप  बरसों  से  किसी  डर  के  साथ  जी  रहे  हैं , तो  यह  तय  करें  कि  इस  साल  आप  इसका  डटकर  सामना  करेंगी  अगर  आप  को  पानी  से  डर  लगता  है  तो  घर  से  निकलिए  नौका  विहार  करके  आइए  अगर  आपको  गाड़ी  चलाने  में  डर  लगता  है  तो  ड्राइविंग  सीखिए  और  पूरे  आत्मविश्वास  के  साथ  जम  जाइए  ड्राइविंग  सीट  पर ।     

                                                              

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